Our Story

राधारानी की प्रेरणा से जन्मी आशालाइट की कथा -

एक दिन, वृंदावन की एक भक्त ने प्रेम से राधारानी को अर्पण करने के लिए सुंदर आभूषण खोजने की ठानी। वे मंदिरों में गईं, बाजारों में भटकीं, पर उन्हें कोई ऐसा गहना न मिला, जिसमें भक्ति का सार हो, जिसमें श्रद्धा की चमक हो, जिसमें राधारानी की छवि हो।

उदास मन से वे राधारानी के चरणों में बैठीं और मन ही मन प्रार्थना करने लगीं—“हे स्वामिनी, मैं आपको प्रेम से कुछ अर्पण करना चाहती हूँ, पर ऐसा कुछ नहीं जो आपके योग्य हो!”

और तभी, एक दिव्य प्रेरणा उनके हृदय में उतरी—“जब प्रेम से बनाया गया हर फूल मुझे प्रिय है, तो क्या प्रेम से बनाया गया आभूषण नहीं होगा?”

यहीं से जन्म हुआ आशालाइट का—भक्ति से प्रेरित, प्रेम से निर्मित। हमारे हर आभूषण में राधारानी की छवि झलकती है, हर डिजाइन भक्तों के हृदय को उनके आराध्य से जोड़ता है।

जब आप आशालाइट का कोई आभूषण धारण करते हैं, तो यह सिर्फ एक गहना नहीं, बल्कि राधारानी के प्रति आपका प्रेम है। यह एक भक्ति का सेतु है, जो आपके और आपके आराध्य के बीच प्रेम का बंधन मजबूत करता है।

क्योंकि जब आभूषण में भक्ति हो, तो वह सिर्फ गहना नहीं, बल्कि एक प्रेम का अर्पण बन जाता है।